रायपुर, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेयी की 100वीं जयंती पर जशपुर के सलिया टोली में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम में प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में बनने वाले अटल परिसर का भूमिपूजन किया। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव बिल्हा से भूमिपूजन कार्यक्रम में ऑनलाइन जुड़े। राज्य के सभी नगरीय निकाय भी मुख्यमंत्री श्री साय के मुख्य आतिथ्य में सलिया टोली में आयोजित कार्यक्रम से वर्चुअली जुड़े।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने बिल्हा नगर पंचायत में निर्मित अटल परिसर के लोकार्पण के साथ ही वहां 16 करोड़ रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन व लोकार्पण किया। इनमें अकेले बिल्हा नगर पंचायत में तीन करोड़ 74 लाख रुपए के विकास कार्य शामिल हैं। बिल्हा में आयोजित लोकार्पण-भूमिपूजन कार्यक्रम की अध्यक्षता विधायक धरमलाल कौशिक ने की।
उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने सभी नगरीय निकायों में आयोजित भूमिपूजन कार्यक्रम को बिल्हा से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि 163 निकायों में एक साथ अटल परिसर का निर्माण कार्य शुरू हो रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर से इसका शुभारंभ किया है। राज्य सरकार ने इसके लिए नगरीय निकायों को 46 करोड़ रुपए आबंटित किए हैं। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल में सरकार ने 7000 करोड़ रुपए नगरीय निकायों को आबंटित किया है। इससे सभी शहरों में तेजी से विकास के काम हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने नगरीय निकायों में भूमिपूजन कार्यक्रम में मौजूद लोगों को सलिया टोली से वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि सांसद के रूप में मुझे पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के साथ काम करने का मौका मिला। वे उत्कृष्ट राजनेता के साथ-साथ कवि एवं साहित्यकार भी थे। उनकी भाषण शैली एवं अदा ऐसी थी कि सभी बड़े चाव से उन्हें सुना करते थे। उन्होंने हमें पृथक छत्तीसगढ़ राज्य बनाकर दिया। उनके आशीर्वाद से छत्तीसगढ़ आज तेजी से विकास की ओर अग्रसर है। देश में सड़कों का जाल बिछाने और किसानों को क्रेडिट कार्ड देने की शुरूआत उनके नेतृत्व में उनके कार्यकाल में ही हुई।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी बाजपेयी को उनकी 100वीं जयंती पर नमन करते हुए कहा कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने भारत के वैभव और ताकत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बुलंद किया। विदेश मंत्री रहते हुए 1977 में संयुक्त राष्ट्र में हिन्दी में भाषण देकर पूरे विश्व का ध्यान आकर्षित किया। 1998 में पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत की ताकत दिखाई। श्री साव ने कहा कि अटल जी अपने वादे के पक्के थे। उन्होंने 1999 में रायपुर के सप्रे स्कूल में की गई घोषणा को पूरा किया और छत्तीसगढ़वासियों को अलग राज्य और पृथक पहचान दिलाई। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की सरकार अटल जी के सपने को पूरा करने का काम कर रही है। डबल इंजन की सरकार से इसमें पूरी मदद मिल रही है।
बिल्हा में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तरक्की में अटल जी का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने यदि छत्तीसगढ़ राज्य नहीं बनाया होता, तो छत्तीसगढ़ का इतना विकास संभव नहीं था। उन्होंने राष्ट्रीय और विश्व स्तर पर भी भारत का मान-सम्मान बढ़ाया। परमाणु परीक्षण के साथ ही गांव-गांव को सड़कों से जोड़ने तथा चतुर्भुज परियोजना में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। अटल जी सुशासन के पर्याय हैं। समारोह को गृह निर्माण मण्डल के पूर्व अध्यक्ष भूपेन्द्र सवन्नी ने भी सम्बोधित किया। बिलासपुर के कलेक्टर अवनीश शरण, जिला पंचायत के सीईओ संदीप अग्रवाल, नगर निगम के आयुक्त अमित कुमार और बिल्हा नगर पंचायत की अध्यक्ष जमाबाई कोसले सहित कई पार्षद और गणमान्य नागरिक भी कार्यक्रम में मौजूद थे।